खुशबू तेरी बातों की
सोच की स्याही मे डूबे अक्षरो की खुशबू बिखरी...
तेरी यादो की लहरो मे मै और मुस्कुराई☺☺☺
मेरी बातों मे तेरी बातों का अक्स यू मिला है....
जैसे रात ने सपनो मे सुबह से किया कोई वादा चुपके से निभाया हो........
पतंगों की डोर सी लहराती तेरी बातें मुझे बदलो के पार ले गई....
और मै इतराती चाँद तारों से ढेरो बातें कर आई....
तुम मेरे सबसे अच्छे दोस्त हो बिल्कुल मेरे जैसे हो.....
ये कहकर अक्सर ही मैने अपना प्यार जताया है तुमसे......
तेरी बातों में अपनी फिक्र देखकर मैने हमेशा ही बहुत सुकून पाया है...☺☺☺
वो कोई और नहीं तुम ही हो हमेशा से और हमेशा तुम ही रहोगे !!! ☺☺☺
क्या लेकर आये थे , क्या लेकर जाएंगे.......
खाली हाथ आये थे , बंद मुट्ठी जायेंगे......
बस दो मीठे बोल........................
सदा के लिये यहाँ रह जाएंगे..........
जैसे गुलाबो की खुशबू बिखरती है........
बंद किताबो में भी.............
इत्र की महक फैलती है.........
बंद संदूकों में भी..................☺☺☺ !!!!
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