जरूरी तो नहीं

हर कहानी का कोई अंत हो
ये जरूरी तो नहीं !   
नर्म रिश्तो की रजाई में अब भी गर्माहट बची हो
ये जरुरी तो नहीं !
खारा पानी सिर्फ समुन्दर में बस्ता हो
ये जरूरी तो नहीं !
कुछ पानी आँखों में भी तो बस्ता है !
हर रिश्ते का कोई गहरा नाम हो
ये जरूरी तो नहीं !
जिन्दगी की साँझ में भी अपनों के सुकून की चादर मिल ही जाये
ये जरुरी तो नहीं !
हर बेगाना ग़ैर हो
ये भी जरूरी तो नहीं !
कुछ बेगाने तो अपनों से भी बढ़कर होते है !




टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उस पार जाऊँ कैसे....!!!

प्यार के रूप अनेक

नियति का विधान...!!!