वजह मेरे वजूद की.......
कुछ हँसती, कुछ रूठी सी,
रेशम के धागे में कपास के धागे मिली सी,
उसकी बेबाक बातें,
कभी रुलाती, कभी हँसाती,
कभी आंखे दिखा,
खुद की बातें मनवाती,
उसकी जिंदगी,
एक रंगीन किताब,
हर पन्ना सलीकेदार,
हर पन्ना एक नई उमंग,
एक नई सोच,
अनछुए पहलुओं,
का कुशल कारीगर,
बिना पंखों के,
उड़ान भरने का हौसला,
आवाज़ बुलंद करते लफ़्ज,
सीधा दिल पर,
चोट करते,
झकझोरते,
जिंदगी की उधड़ी सिलाई,
वो अपने हुनर से बुन देता,
बिना किसी शिकायत के,
वो तन मन सब भूल जाता,
किसी की जिंदगी संवारने में,
उसके पंखों की उड़ान,
मेरे आसमां के सैर की वजह,
उसके हौसले की बाती,
मेरे चेहरे पर,
नूर की वजह !!!
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