कड़वा अनुभव.....

  नगर भर में फेरी कर लो
बहुतेरे ठग मिल जायेंगे।
जो महोब्बत का पाठ पढ़ा
अश्क़ो में डुबो जायेंगे।
मत करो यक़ी किसी पर
ये दुनिया यक़ी के काबिल नहीं।
जो गलती से भी यक़ी करो तो
एक दिन अपनी इस गलती पर
रोने के लिए तैयार रहना।
फिर मत करना किसी से भी शिकायत
क्योंकि लोग तब भी ताने मारने के लिए बैठे मिलेंगे।
आज के दौर में हर चीज मुश्किल है,
हमें खुद से भी लगातार जूझना पड़ता है।
जिन्दगी के कड़वे अनुभवों को पी कर
मुस्कुराना पड़ता है।
जिन्दगी का हर किरदार निभा
खुद कटपुतली बन नाचना पड़ता है।
मंजिल मिले न मिले पर,
सफ़र की चुनोतियाँ स्वीकार करनी पड़ती है।
हर चीज़ बदल रही है,
फिर हम कैसे न बदलेंगे
एक वक्त बाद सब मिट्टी में मिल जायेंगे
तो आज बेख़ौफ़ जीने में क्या हर्ज है।
कुछ मिले न मिले क्या फर्क पड़ता है।
खुद को माफ़ करो औरो से पहले,
जीवन जी लो
मरने से पहले!!








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