मुझे जीवित समझना माँ..फिर तुझे रोना नहीं आएगा...


अब समय हो गया चलता हूँ माँ..
मेरी चिंता न करना,..
अपनी आँखों के आंसू जाया न करना..।

देख पूरा देश ढांढस बंधा रहा..
निःशब्द मुझे ताक रहा..
मेरा दर्द बयां कर..
अँधेरा चीर रहा..
डूबा सूरज उग रहा..

मैंने तुमसें एक दिन कहा था..
माँ मैं जब जाऊंगा..
पूरी धरा मुझे सलाम करेगी..
देख माँ हर आंख नम हो मुझे ही निहार रही..

मुझे जीवित समझना माँ..
अपने आंगन का गुलाब समझना..
मेरी यादों को अपने आँचल में छुपा लेना..
फिर तुझे रोना नहीं आएगा माँ..

मुझे ऐसे ही जीवित रखना..
मुझे ऐसे ही सीने से लगाकर रखना माँ..!!



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