नींद

दिया बाती के बाद
सारी थकान हमने सौंप दी
इस रात को।
बदले में ले ली जरा सी नींद।

नींद साथ थक कर सो गई,
तस्वीर पर सर रख कर सो गई,

नींद ख़्वाब में भटक
चाँद के रथ पर सवार हो
खूंटी की बुश्शर्ट पर टंग गई।

फिर नींद में भटक पहुंच गए
एक और नींद में।
जामुनी नींद
थोड़ी कसैली सी
पर फायदेमंद।

भोर का सपना था।
आज एक मौत देखी थी,
मन उखड़ गया था।
पर माँ की बात याद आ गई,
अब उसकी उम्र बढ़ चुकी है।

भोर लाली में उठ
चाय की प्याली में नींद थम गई।

सूरज चढ़ आया
तीखी धूप
ख़्वाब से जगा गई।
अलार्म की एक आवाज
सारी नींद उजाड़ गई।



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