इंदु

रात के तीन बजे अचानक नींद खुल गई
खुद को पसीने से तर-बतर पाया।
फिर पंखा तेज कर पसीना पोंछा और दो ग्लास पानी एक साथ गटक लिया। कुछ राहत मिली तो फिर सोने की कोशिश की पर नींद अब नहीं आई।
एक अजीब सा सपना जो देख लिया था, मन आशंकाओं से भर गया था। सोचा नींद तो अब आएगी नहीं थोड़ा लिख लिया जाय सो लिखने बैठ गई।
एक छोटी सी कहानी.....

इंदु.....
एक जहीन लड़की पर गरीब घर में जन्म हुआ था।
पर सुंदरता के कारण एक बड़े घर में ब्याह हो गया।
ससुराल आते ही तानों की बौछार से स्वागत हुआ उसका।
~बड़ी सुंदर है तभी फ़ांस लिया हमारे चिराग को।
  कभी सपने में भी ऐसा घर-बार न देखा होगा, बिलाई के
  भाग का छींका टूट गया समझों।
ऐसे शब्दों से खुद का स्वागत होता देख उसकी सारी खुशी गायब हो गई। कुछ बोल न पाई बस आँसुओ में भीग निःशब्द हो गई। क्योंकि उसके मायकेवाले बहुत खुश थे बेटी का ऐसा नसीब देख। बड़े घर मे ब्याह कर।
कुछ ही दिनों में इंदु को उस बड़े घर के चिराग की असलियत पता चल गई।
वो ड्रग्स लेता था और उसके कई लड़कियों से सम्बन्ध थे।
वो रात की पार्टियों का शौकीन था सो रात घर पर कम ही रहता था।
उसकी सास को ये सब पता था, इसलिए वो इंदु को ज्यादा कुछ नही कहती थी। दिन बीतते गए इंदु पत्थर सी होने लगी न किसी से बात करती न किसी के पास बैठती। मोहल्ले की औरते अब उनकी सास से पूछने लगी थी कि दादी बनने की खुशखबरी कब सुना रही हो, तो वो बस इतना ही बोल पाती जल्द ही। वो जानती थी उसका बेटा बच्चे पैदा नहीं कर सकता क्योंकि कइयों से सम्बन्ध के कारण अब उसमें वो क्षमता नहीं रही।
एक दिन इंदु की सास को एक उपाय सुझा घर की इज्जत बचाने का कि क्यों न इंदु किसी और से बच्चे पैदा कर ले और मेरे बेटे और घर की भी इज्जत बच जाए सो उसकी सास ने एक चाल चली। वो इंदु को मनाने चल पड़ी। और इंदु को अपनी सहेली के यहाँ ले गई। वहाँ इंदु को भी थोड़ा अच्छा लगा सबसे बातें कर। अब उसकी सास रोज इंदु को लेकर अपनी सहेली के यहाँ जाने लगी। अब इंदु भी थोड़ा खुश रहने लगी और अपनी सास की सारी बातें मानने लगी।
लेकिन एक दिन इंदु की सास अपनी सहेली के साथ बाजार चली गई और इंदु को अपनी सहेली के यहाँ अकेला छोड़ दिया। इस बीच इंदु की सहेली के पति घर आ गए और मौका देख इंदु को अपनी हवस का शिकार बना लिया।
इंदु फिर खामोश हो गई अब किससे क्या कहे उसकी सुनेगा कौन यही सोच वो किसी से कुछ न बोल पाई।
लेकिन 1 महीने बाद ही वो प्रग्नेंट हो गई, ये बात उसने अपनी सास को बताई की वो माँ बनने वाली है। लेकिन ये बच्चा उनके बेटे का नहीं है। ये सुनकर भी उनकी सास चौकी नही बल्कि खुश हुई।
ये देख इंदु भौचक्की रह गई, फिर इंदु की सास ने कहा उनको पता है ये बच्चा उनके बेटे का नहीं उसकी सहेली के पति का है। ये सब उनके इशारे पर हुआ है। घर की इज्जत बचाने के लिए हुआ है।
इंदु निःशब्द खड़ी अपनी सास को ताकती रह गई बस।
बेजान मूरत बन।
बड़े घरों की असलियत।

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