नारी (स्त्री)
कितनी सीधी सरल हो तुम... खूंटे से बंधी गऊ सी हो तुम? आंगन में बंधी बाड़े की धूल सी हो तुम? सच गऊ जैसी हो तुम! क्या सच में गऊ सी हो तुम?? मौन-मूक पशु हो तुम?? पर सुनो क्या आज की दुनिया में गऊ सी होना कलंक नहीं है? घर-बाहर बेइज्जती का गहना नहीं है ये? तुम गऊ हो! मतलब पशु?? क्या तुम सीधी सरल इंसान हो?? या सीधी सरल मौन मूक पशु हो?? बोलो न तुम क्या हो??